सुरभि और सुमित ने हाथ जोड़कर सबसे अपनी गलत सोच के लिए माफी मांगी। सुरभि और सुमित ने हाथ जोड़कर सबसे अपनी गलत सोच के लिए माफी मांगी।
कुछ लोगों से बात हुई है, वे कई दिनों से फाके पर गुजारा कर रहे थे। कुछ लोगों से बात हुई है, वे कई दिनों से फाके पर गुजारा कर रहे थे।
दफ्तरों में तीन प्रकार के लोग होते है कर्मी, अकर्मी, यदाकदा कर्मी। दफ्तरों में तीन प्रकार के लोग होते है कर्मी, अकर्मी, यदाकदा कर्मी।
गुजार कर शराफ़त की जिंदगी शोहरत खूब पाई । गुजार कर शराफ़त की जिंदगी शोहरत खूब पाई ।
गुरु/बाबा में अनेकानेक गुण हैं जिनका अनुकरण किया जा सकता है। गुरु/बाबा में अनेकानेक गुण हैं जिनका अनुकरण किया जा सकता है।
समाज कितना भी आधुनिक हो जाये। मरनी में पूजा-पाठ नहीं होता तो शादी-ब्याह... तौबा-तौबा... समाज कितना भी आधुनिक हो जाये। मरनी में पूजा-पाठ नहीं होता तो शादी-ब्याह... तौबा-...